Monday, September 7, 2009

बेआर्ज़ू ही बीत गया कल का सारा दिन
बेख्वाब ही गुज़र गई कल की रात भी..!

Sunday, September 6, 2009

जिस्म कच्चा घड़ा है, जाँ पानी
और खमोशी से रिस रहा हूँ मैं!